दानीघाटी जंगल के पास किसान के दूधारू गाय को हिंसक जानवर बाघ ने हमला
हिंसक बाघ ने दुधारू गाय का किया शिकार, गांव में मची दहशत
बरमकेला/वन परिक्षेत्र बरमकेला के तहत झिंकीपाली सर्किल के दानीघाटी जंगल के पास किसान के दूधारू गाय को हिंसक जानवर बाघ ने हमला करके शिकार कर दिया है और उसके मांस को खाने के लिए रोज वह आ रहा है। ऐसे में दानीघाटी गांव सहित आसपास में दहशत का माहौल बना हुआ है। वही वन अमला टाइगर आने की बात को नकार रही है। जबकि पूरे क्षेत्र में टाइगर यानि बाघ की दस्तक देने की चर्चा है। वायरल फोटो को दानीघाटी की होने का दावा किया जा रहा है।
जंगली जानवर बाघ द्वारा शिकार करने की घटना तीन दिन पहले गुरुवार दोपहर 3.30 बजे की है और इस मामले को वन विभाग पूरी तरह से गोपनीय रखा। अब जब लंबे चौड़े हिंसक जानवर बाघ के द्वारा गाय को नोच कर खाने की तस्वीर वायरल होने के बाद खुलासा होने लगा है। बताया जाता है कि गुरुवार को ग्राम दानीघाटी का चरवाहा बुंदराम चौहान गाय, बछड़े, बैल आदि मवेशियों को जंगल चराकर वापस आ रहा था उसी दौरान जंगल के नीचे कुधरी खार मौहा पेड़ के नीचे बाघ आया और एक दूधारू गाय पर हमला कर दिया। बाघ के हमले से मवेशियों का झुंड इधरउधर भागने लगे और चरवाहा गांव में आकर सारा वृतांत ग्रामीणों को बताया। उक्त गाय दानीघाटी निवासी कृपाराम पटेल पिता सीताराम का है। दूसरे दिन वन विभाग की टीम पहुंची और शिकार किए गए गाय के पास सीसीटीवी कैमरे लगाया गया है। जिसमें बाघ की तस्वीर कैद हुई है और उस गाय की मांस को खाने बाघ रोजाना पहुंंच रहा है।ऐसे में वन विभाग द्वारा दानीघाटी सहित आसपास में मुनादी करा दी गई है कि जंगल के तरफ जाना नहीं है। दानीघाटी गांव में शाम पांच बजे के बाद सन्नाटा छा जा रहा है। स्कूली बच्चों को पालक स्वयं लेने और आने का काम कर रहे हैं। दहशत का माहौल है।
ओडिशा की फारेस्ट टीम पहुंची थी
हिंसक जानवर बाघ के बारे में ओडिशा के फारेस्ट टीम को दी गई। बताया गया है कि उक्त हिंसक जानवर बाघ सीमावर्ती सांभरदरहा ( बारहपहाड ) जंगल से पार होकर झिंकीपाली सर्किल में घुस आया है। इस वजह से शनिवार शाम को जानवर की ट्रैकिंग के लिए ओडिशा की सीएफएफएस, आरसीएफ, डीएफओ की टीम ने इस क्षेत्र के वन अधिकारियों की संयुक्त बैठक पैंकिन वन बेरियर पर ली गई। बैठक में उक्त बाघ की गतिविधियों पर नजर रखने की चर्चा हुई है ।
पोस्टमार्टम नहीं हुआ है
बताया जा रहा है कि बाघ उस गाय की मांस को खाने के लिए रोज आ रहा है। ऐसे में पोस्टमार्टम की प्रक्रिया नहीं हो सका है। वही वन विभाग के आला अधिकारी इस मामले में कोई पुष्टि नहीं कर पा रहे हैं। लेकिन स्थानीय ग्रामीणों ने बाघ आने की बात कह रहे है।
” तीन दिन पहले बाघ ने गांव के एक कृषक की गाय पर हमला कर रोज उसके मांस खाने पहुंच रहा है। इसके पहले बाघ को नहीं देखा गया था।
लुकेश्वरी पुरी, ग्रामीण
दानीघाटी.
” आज रविवार को उस गाय को बाघ ने घसीटते हुए 50 मीटर दूर जंगल अंदर तरफ ले गया है। वन विभाग की टीम आती हैं और सीसीटीवी को बदल कर चले जाते हैं। यह सही है कि बाघ आया है। शाम होते ही घर से निकलना दूभर हो गया है।
रुपधर पटेल, सरपंच
दानीघाटी.
” मेरे जानकारी में नहीं है। उस फोटो को कौन वायरल कर रहा है। पता करना पडेगा बाघ आया है कि नही!
बैगा राम सिदार, रेंजर
वन परिक्षेत्र, सारंगढ़ ( सामान्य).