सरिया क्षेत्र में अनियंत्रित फ्लाई ऐश डंपिंग से बढ़ा प्रदूषण, जनस्वास्थ्य पर गंभीर खतरा
सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के सरिया क्षेत्र में फ्लाई ऐश की तेज रफ्तार डंपिंग लोगों के लिए बड़ी समस्या बनती जा रही है। खनिज विभाग और पर्यावरण विभाग की लापरवाही के कारण क्षेत्र में प्रदूषण चरम सीमा पर पहुंच चुका है। स्थानीय लोगों का कहना है कि क्रेशर यूनिट, अवैध खनन और अवैध परिवहन के साथ-साथ फ्लाई ऐश का अनियंत्रित रूप से फेंका जाना क्षेत्र की हवा और मिट्टी को लगातार दूषित कर रहा है। इसके कारण गाँवों में धूल का स्तर बढ़ गया है और लोग श्वसन संबंधी बीमारियों सहित कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं।
ग्रामीणों ने सवाल उठाया है कि आखिर खनिज विभाग के अधिकारी जनता की भलाई के लिए कार्य कर रहे हैं या बड़े उद्योगपतियों के हितों की पूर्ति कर रहे हैं। विभागीय अधिकारियों का इस ओर ध्यान न देना लोगों की परेशानियों को और बढ़ा रहा है। दूसरी ओर पर्यावरण विभाग के अधिकारी भी क्षेत्र में दिखाई नहीं देते, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
फ्लाई ऐश डंपिंग के कारण जगह-जगह धूल उड़ रही है, जिससे सड़क किनारे बसे घरों में रहना मुश्किल हो गया है। बच्चों और बुजुर्गों पर इसका गंभीर असर देखने को मिल रहा है। स्थानीय लोग बार-बार शिकायत कर चुके हैं, परंतु अब तक किसी भी विभाग द्वारा ठोस कार्यवाही नहीं की गई है। ग्रामीणों ने प्रशासन से अवैध डंपिंग रोकने, प्रदूषण नियंत्रण के उपाय लागू करने और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है। सरिया क्षेत्र की जनता उम्मीद कर रही है कि प्रशासन इस गंभीर समस्या का समाधान जल्द निकालेगा।
सरिया क्षेत्र में फ्लाई ऐश डंपिंग पर कमीशन का खेल, खनिज विभाग की भूमिका पर सवाल
सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के सरिया क्षेत्र में फ्लाई ऐश डंपिंग को लेकर नए खुलासे सामने आ रहे हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि फ्लाई ऐश के अवैध परिवहन और डंपिंग में कमीशन का खेल चल रहा है, जिसके कारण क्षेत्र में बेतरतीब तरीके से फ्लाई ऐश फेंका जा रहा है। इससे न केवल प्रदूषण बढ़ा है बल्कि जनस्वास्थ्य पर भी गंभीर खतरा मंडरा रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि खनिज विभाग की मेहरबानी और ढीली निगरानी के चलते यह अवैध डंपिंग लगातार जारी है। विभागीय अधिकारी कार्रवाई करने के बजाय आंखें मूंदे बैठे हैं, जिससे संदिग्ध गतिविधियों को बढ़ावा मिल रहा है। क्षेत्र में उड़ती धूल, खराब होती हवा और बिगड़ते पर्यावरण ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है।
स्थानीय नागरिक प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप, अवैध डंपिंग पर रोक और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।



