ग्राम पंचायत कोतरा का भवन जर्जर स्थिति में, ग्रामीणों ने की नए निर्माण की मांग

सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के बरमकेला विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत कोतरा का पंचायत भवन इन दिनों बेहद जर्जर स्थिति में है। बरमकेला मुख्यालय से महज 8 किलोमीटर दूर मुख्य मार्ग किनारे स्थित यह भवन अब बैठने लायक भी नहीं बचा है। भवन की दीवारों में दरारें पड़ चुकी हैं और छत भी कभी भी गिर सकती है, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। ग्रामीणों और पंचायत प्रतिनिधियों का कहना है कि इस भवन की मरम्मत या नए भवन का निर्माण बेहद जरूरी है।
ग्राम पंचायत कोतरा की सरपंच श्रीमती हरिप्रिया सेतकुमार साहू और सचिव गोविन्द ने कई बार इस संबंध में आवेदन पत्र संबंधित विभाग को दिया है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत भवन गांव की सबसे महत्वपूर्ण जगह होती है, जहां बैठकर सभी आवश्यक बैठकें, योजनाओं की चर्चा और सरकारी कार्य किए जाते हैं। लेकिन वर्तमान में भवन की स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि वहां बैठना भी मुश्किल हो गया है।
ग्रामीणों ने चिंता जताई है कि अगर समय रहते प्रशासन ध्यान नहीं देगा तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। पंचायत प्रतिनिधियों का कहना है कि कई बार इस मुद्दे को जनपद पंचायत और जिला स्तर तक उठाया गया, लेकिन स्वीकृति नहीं मिलने के कारण समस्या जस की तस बनी हुई है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पंचायत भवन के बिना ग्राम की गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं। कई बार बैठकें खुले मैदान या किसी निजी स्थान पर करनी पड़ रही हैं, जो कि ग्रामीण प्रशासन की गरिमा के खिलाफ है।
ग्रामीणों और पंचायत प्रतिनिधियों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द नए पंचायत भवन के निर्माण की स्वीकृति दी जाए, ताकि गांव के लोगों को एक सुरक्षित और स्थायी स्थान उपलब्ध हो सके। लोगों का कहना है कि अन्नदाता और मेहनतकश गांव के निवासियों की सुविधा के लिए सरकार को तुरंत कदम उठाना चाहिए।
👉 अब सवाल यह है कि क्या प्रशासन समय रहते ग्राम पंचायत कोतरा की इस गंभीर समस्या पर ध्यान देगा या ग्रामीणों को और अधिक इंतजार करना पड़ेगा?



