
बरमकेला। क्षेत्र में यूरिया खाद की किल्लत लगातार गहराती जा रही है। इसी को लेकर सोमवार को बरमकेला ब्लॉक के सैकड़ों किसानों ने महेश नायक, अध्यक्ष पिछड़ा वर्ग विभाग बरमकेला के नेतृत्व में कलेक्टर् को बीच रास्ते में ज्ञापन सौंपा। किसानों ने बताया कि सेवा सहकारी समिति बरमकेला में लंबे समय से खाद की कमी बनी हुई है। यहां के किसानों को आवश्यकता के अनुरूप खाद उपलब्ध नहीं हो पा रहा है।

किसानों ने ज्ञापन में कहा है कि सरिया क्षेत्र के किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध हो रहा है, जबकि बरमकेला क्षेत्र के किसानों को कम मात्रा में खाद मिल रहा है। इस भेदभाव से किसान बेहद नाराज हैं। उनका कहना है कि खेती का मौसम चरम पर है और इस समय यूरिया की कमी से फसल खराब होने का डर बना हुआ है। यदि समय पर खाद नहीं मिला तो किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।
ज्ञापन में किसानों ने मांग की है कि तत्काल बरमकेला समिति में यूरिया खाद उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि समय रहते खाद नहीं मिला तो किसान आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। ग्रामीणों ने कहा कि प्रशासन की लापरवाही के कारण किसानों को रोजाना समिति का चक्कर लगाना पड़ रहा है, लेकिन फिर भी उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ता है।
किसानों का कहना है कि बरमकेला क्षेत्र कृषि प्रधान इलाका है और यहां के अधिकांश लोग खेती पर निर्भर हैं। ऐसे में खाद की किल्लत उनके लिए बड़ी समस्या है। किसानों ने कलेक्टर से भी ज्ञापन के माध्यम से निवेदन किया है कि बरमकेला के किसानों को तत्काल पर्याप्त खाद उपलब्ध कराया जाए।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे और अपनी एकजुटता दिखाई। किसानों ने साफ कहा कि अब वे चुप बैठने वाले नहीं हैं। यदि समस्या का जल्द समाधान नहीं किया गया तो वे उग्र आंदोलन करेंगे। अब देखना होगा कि प्रशासन कब तक किसानों की इस गंभीर समस्या पर ध्यान देता है और कितने दिनों में खाद उपलब्ध करा पाता है।



