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सत्य परेशान हो सकता है मगर पराजित नहीं
विशेष न्यायालय ने दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 88 के आवेदन पर सुनाया फैसला
चंद्रदेव राय को ईडी से बड़ी राहत
बिलाईगढ़ के पूर्व विधायक और पूर्व संसदीय सचिव चंद्रदेव राय को कोल ब्लॉक घोटाले में ईडी ने बड़ी राहत दी है। सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं—यह कहावत उनके राजनीतिक सफर पर सटीक बैठती है। कांग्रेस शासन में शिक्षक से विधायक और फिर संसदीय सचिव बनने वाले राय को उनके विरोधियों ने कमजोर करने का हर संभव प्रयास किया, लेकिन वे अडिग रहे।
राजनीतिक द्वेष के कारण टिकट कटने से लेकर कानूनी चुनौतियों तक का सामना करने के बावजूद कांग्रेस ने उन पर भरोसा बनाए रखा। पार्टी ने उन्हें रायगढ़ नगर निगम चुनाव प्रभारी जैसी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी। अब ईडी की विशेष अदालत ने धारा 88 के तहत 10-10 हजार के बॉन्ड पर सुनवाई के दौरान उपस्थित रहने का निर्देश दिया है।
इस फैसले से चंद्रदेव राय की छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिशों पर विराम लग गया है। अब यह मामला उनके राजनीतिक कद को और मजबूत करने का कार्य करेगा।