
दंतेवाडा: डीआरजी जवानों के हृदय में गहरा आक्रोश है। अपने साथियों की शहादत ने उन्हें माओवादियों के खिलाफ आग बबूला कर दिया है। शहीद जवानों के पार्थिव शरीर को उनके गृह ग्राम ले जाने से पहले, पुलिस लाइन में “भूलेंगे नहीं, छोड़ेंगे नहीं” और “शहीद जवानों का बदला लेकर रहेंगे” के नारों से वातावरण गूंज उठा।
यह घटना दंतेवाडा में हुई है, जहां नक्सलियों के हमले में कई डीआरजी जवान शहीद हो गए हैं। जवानों के इस संकल्प ने पूरे क्षेत्र में एक नई ऊर्जा भर दी है। वे शहीदों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देंगे और माओवादियों के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।

यह घटना एक बार फिर से नक्सलवाद की चुनौती को उजागर करती है। सुरक्षाबल और नागरिक दोनों ही इस चुनौती से निपटने के लिए दृढ़ हैं। शहीद जवानों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए, हम सभी को इस लड़ाई में सुरक्षाबलों का समर्थन करना चाहिए।


