सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के बरमकेला तहसील क्षेत्र में पटवारियों की लापरवाही से किसान परेशान हैं। शासन द्वारा सभी पटवारियों को मुख्यालय में रहने और वहीं से कार्य करने का आदेश दिया गया है, ताकि आम नागरिक विशेषकर किसान समय पर अपने ज़मीन से संबंधित कार्यों को करवा सकें। लेकिन क्षेत्र के अधिकांश पटवारी अपने मुख्यालय को छोड़कर बरमकेला में ही निजी कार्यालय बना चुके हैं और वहीं से सारा कार्य संपन्न कर रहे हैं।
किसानों का आरोप है कि जब वे पटवारी से संपर्क करने की कोशिश करते हैं तो उनका फोन या तो बंद रहता है या वे कॉल रिसीव नहीं करते। यदि कॉल रिसीव भी होता है, तो पटवारी यह कहकर टाल देते हैं कि “ऑफिस आ जाना, वहीं काम हो जाएगा।” इससे किसानों को कई बार मुख्यालय से बरमकेला तक चक्कर काटने पड़ते हैं। ऐसे में समय, मेहनत और पैसे की बर्बादी हो रही है।
ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों का कहना है कि शासन के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद पटवारी मुख्यालय में नहीं रहते, जिससे उन्हें जरूरी दस्तावेजों के लिए कई बार कार्यालयों के चक्कर लगाने पड़ते हैं। किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि पटवारियों को मुख्यालय में अनिवार्य रूप से निवास करने और कार्य करने हेतु बाध्य किया जाए, ताकि आम लोगों को राहत मिल सके।
यदि प्रशासन ने इस ओर शीघ्र ध्यान नहीं दिया, तो किसानों का आक्रोश और बढ़ सकता है।
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