जल जीवन मिशन में लापरवाही: बोरे पंचायत की पानी टंकी बनी भ्रष्टाचार का प्रतीक

सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के बरमकेला ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत बोरे में जल जीवन मिशन के तहत बनाई गई पानी टंकी और पाइपलाइन निर्माण कार्य की गुणवत्ता को लेकर ग्रामीणों में भारी नाराजगी देखी जा रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि ठेकेदार द्वारा किया गया कार्य पूरी तरह से गुणवत्ता विहीन है। सरकार ने इस योजना के लिए करोड़ों रुपये की स्वीकृति दी थी, लेकिन जमीनी स्तर पर काम में अनियमितताएं साफ दिखाई दे रही हैं।

ग्रामीणों का कहना है कि पानी टंकी निर्माण कार्य में सीमेंट, रॉड और अन्य सामग्री का उपयोग मानक के अनुसार नहीं किया गया। टंकी का चबूतरा भी कमजोर बना हुआ है, जिससे आने वाले समय में इसके ढहने की आशंका जताई जा रही है। ठेकेदार सुनील कुमार अग्रवाल द्वारा कराए गए इस कार्य में लापरवाही और घटिया निर्माण की शिकायतें लगातार संबंधित विभाग तक पहुंचाई गईं, लेकिन अब तक किसी अधिकारी ने मौके पर जांच तक नहीं की।
गांव के लोगों का कहना है कि वे कई बार जनपद कार्यालय और पीएचई विभाग में शिकायत दर्ज करा चुके हैं, लेकिन कार्रवाई के नाम पर केवल आश्वासन ही मिला है। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि यदि इतनी बड़ी राशि खर्च की गई है, तो निर्माण कम से कम 25–30 साल टिकने लायक होना चाहिए, परंतु वर्तमान स्थिति में टंकी कुछ वर्षों में ही जर्जर होने की कगार पर पहुंच जाएगी। पानी टंकी लीकेज है साथ ही छत छड़ दिखाई दे रहा है।

ग्रामीणों ने सरकार से मांग की है कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए और दोषी ठेकेदार एवं संबंधित अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। जल जीवन मिशन का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना है, लेकिन बोरे पंचायत का यह उदाहरण बताता है कि कैसे लापरवाही और भ्रष्टाचार के चलते योजनाओं की मंशा अधूरी रह जाती है।



