
*एक दशक से जन्मदिन पर पेंड़ लगाने और सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ की चली आ रही परम्परा*
बरमकेला. जिस दिन हम पैदा हुए,उस दिन को यादगार बनाने के लिए अपने जन्मदिन पर एक पेंड़ जरूर लगानी चाहिए. ताकि वह बड़ा होकर दूसरों का काम आएगा और हमेशा के लिए अपना नाम और पहचान भी रहेगा. उक्त उदगार अपने जन्मदिन के अवसर पर सरस्वती शिशु मंदिर देवगांव के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ पत्रकार मोहन नायक ने ब्यक्त करते हुए खुद के नाम पर विद्यालय परिसर में पौधरोपण भी किया।

उन्होंने आगे कहा कि विद्यालय के बच्चो को प्रयास करनी चाहिए कि अपने जन्मदिन पर भी इस तरह के पेंड़, पौधे अथवा फूल आदि रोपित और सुरक्षित कर दूसरों का भला करें तो पुण्य मिलेगा और नाम भी होगा.
श्री मोहन नायक ने आगे कहा कि अपने अवतरण दिवस पर देवी देवताओं और अपनी माता पिता का स्मरण कर स्वस्थ एवं दीर्घायु कि कामना करते हुए. एक दीपक जरूर जलाये ताकि जीवन में प्रकाश एवं उजियाला हो, स्वस्थ एवं दीर्घायु हो.इस तरह से अपने जन्मदिन को पूजा अर्चना, सेवा भावना और सदकर्म करने में बिताना चाहिए ।

*सामूहिक हनुमान चालीसा का किया गया पाठ*
इस अवसर पर सरस्वती शिशु मंदिर देवगांव में सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ भी किया गया. जिसमे सभी ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया.गौर तलब है कि विगत एक दशक से अधिक समय से अपने जन्मदिन के अवसर पर कम से कम एक पेंड़ खुद के नाम पर लगाने कि परम्परा कि शुरुवात मोहन नायक द्वारा कि गई है जो अनवरत चला आ रहा है. यही नहीं यहां जन्मदिन पर मोमबत्ती या दीपक बुझाया नहीं जाता बल्कि दीपक जलाकर स्वस्थ एवं दीर्घायु कि कामना करते हुए सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ कर धर्म एवं संस्कार की प्रेरणा देने का प्रयास किया जाता है. इस बार भी विद्यालय परिवार के बच्चो एवं शिक्षकों ने प्राचार्य श्रीराम नायक के साथ पौधेरोपण एवं हनुमान चालीसा पाठ को बेहतर ढंग से सम्पन्न कराने में महत्वपूर्ण योगदान दिया.इसमें शामिल कुछ बच्चों ने बताया की वे भी अपने जन्मदिन पर पेंड़ लगाएंगे और दीपक जलाकर पूजा अर्चना करेंगे. इस तरह जन्मदिन मनाने से बहुत अच्छा लगता है और ख़ुशी होती है.


