बरमकेला में सरपंच संघ अध्यक्ष को लेकर भाजपा और कांग्रेस में टकराव, जनता असमंजस में

छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के बरमकेला ब्लॉक में सरपंच संघ अध्यक्ष पद को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है। दोनों ही दल अपने-अपने प्रत्याशी को अध्यक्ष मान रहे हैं, जिससे क्षेत्र की जनता असमंजस में है।
दोनों पार्टियों ने किया दावा
बरमकेला में हाल ही में जनपद पंचायत अध्यक्ष का चुनाव संपन्न हुआ, जिसके बाद अब सरपंच संघ अध्यक्ष पद को लेकर राजनीतिक गर्मी बढ़ गई है। कांग्रेस ने ग्राम पंचायत खोरीगांव के सरपंच तिलक नायक को अपना अध्यक्ष घोषित किया है, जबकि भाजपा ने मोहन पटेल को इस पद पर दावा ठोकते हुए अपना अध्यक्ष बताया है।

दोनों दलों ने अपने-अपने पक्ष में बहुमत का दावा किया है। कांग्रेस के अनुसार, तिलक नायक को 85 सरपंचों का समर्थन प्राप्त है, जबकि भाजपा का कहना है कि मोहन पटेल को 75 सरपंचों की सहमति मिली है। ऐसे में दोनों ही पार्टियां अपनी जीत सुनिश्चित मान रही हैं और सोशल मीडिया पर प्रचार-प्रसार में जुटी हुई हैं।

जनता की उलझन बढ़ी
सरपंच संघ अध्यक्ष पद को लेकर जारी इस रस्साकशी के कारण जनता भ्रम की स्थिति में है। ग्रामीण इलाकों में लोग यह समझ नहीं पा रहे हैं कि वास्तव में सरपंच संघ का वैध अध्यक्ष कौन है। राजनीतिक दावों और सोशल मीडिया पर चल रहे प्रचार के कारण भ्रम की स्थिति और भी गहरी होती जा रही है।
आगे क्या होगा?
अब सवाल यह उठता है कि आखिरकार सरपंच संघ का असली अध्यक्ष कौन होगा? इस विवाद को सुलझाने के लिए कानूनी प्रक्रिया अपनाई जाएगी या किसी उच्च स्तर पर फैसला लिया जाएगा, यह देखने वाली बात होगी। फिलहाल, जनता को स्पष्टता का इंतजार है ताकि भ्रम की स्थिति समाप्त हो सके।