भारतीय डाक विभाग की भर्ती में बोनस मार्क्स विवाद, सैकड़ों अभ्यर्थियों का चयन नहीं हुआ है।

बिलासपुर/भारतीय डाक विभाग द्वारा हाल ही में निकाली गई 637 पोस्टमैन पदों की भर्ती में बोनस मार्क्स को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। इस भर्ती प्रक्रिया में हजारों अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, लेकिन लगभग सैकड़ो अभ्यर्थी ऐसे रहे जिनका चयन बोनस अंक विवाद के कारण नहीं हो सका।
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया के दौरान कुछ अभ्यर्थियों को 18-19% तक अतिरिक्त बोनस मार्क्स जोड़ने का विकल्प दिया गया था, जिसके बिना आवेदन सबमिट ही नहीं हो रहा था। वहीं, कुछ अभ्यर्थियों ने इस बोनस मार्क्स को नजरअंदाज कर दिया, जिससे उनके अंक प्रभावित हुए। भर्ती प्रक्रिया पूरी होने के बाद भारतीय डाक विभाग द्वारा चयनित अभ्यर्थियों की सूची जारी कर दी गई, और उन्हें दस्तावेज़ सत्यापन के लिए अधीक्षक डाक संभाग, बिलासपुर बुलाया गया।

वेरिफिकेशन प्रक्रिया के दौरान यह सामने आया कि चयनित अभ्यर्थियों में कई ऐसे थे, जिन्हें बोनस मार्क्स सूची में नहीं थे। इस कारण उन्हें अयोग्य करार देते हुए बाहर कर दिया गया। इस स्थिति से कई अभ्यर्थियों में नाराजगी देखी गई, और उन्होंने आरोप लगाया कि भर्ती में गड़बड़ी की गई है।

खासकर इस भर्ती में महिलाओं की संख्या अधिक थी, और उनकी बड़ी संख्या में भर्ती से बाहर होने से उनके सपनों को झटका लगा है। इस पूरे घटनाक्रम को कई अभ्यर्थी ‘लेन-देन का खेल’ बता रहे हैं और भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि 8 अप्रैल को जब दस्तावेज़ सत्यापन पूरा होगा, तब कितने अभ्यर्थियों को अंतिम रूप से चयनित किया जाता है और कितनों को बाहर किया जाता है। यह मामला अभ्यर्थियों के भविष्य के लिए बेहद अहम साबित हो सकता है।


