
बरमकेला/ विकास खंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत डभरा आश्रित ग्राम भंवरपुर के प्राथमिक विद्यालय की छत का जर्जर होने के कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है । साथ ही बारिश में भी छत से पानी टपकने लगता है। दीवारों से पानी रिसकर कमरों में भर जाता है, जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है। जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते बच्चों की जान जोखिम में है। स्थिति इतनी ज्यादा खराब हो गई है कि तीन कमरे में बच्चे बैठ नहीं पा रहे हैं। उन्हें वैकल्पिक तौर बच्चों को अतिरिक्त कमरे में बैठकर पढ़ाया जा रहा है। यहां के बच्चे पढ़ने और लिखने में तेज है। प्राथमिक शाला विद्यालय में कुल 26 बच्चे अध्ययन करते हैं।

प्रधान पाठक गोस्वामी के द्वारा बताया गया कि यह विद्यालय सन 2000 में यह भवन बनाया गया है। छत जर्जर होने के कारण खतरे की आशंका जताई जा रही है जिसके कारण बच्चों को पढ़ने में परेशानी हो रही है। लगभग सभी कमरों के छता गिरने के कारण इस स्कूल को बंद कर अतिरिक्त कमरे में बच्चों को अध्ययन कराया जाता है। अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को इसकी शिकायत किया गया है ।
श्रीमती रजनी सुशील पटेल सरपंच ग्राम पंचायत डभरा के द्वारा विधायक को बताया गया है कि जर्जर स्कूल हो जाने के कारण बच्चों को पढ़ने में असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। शासन के मुख्यमंत्री स्कूल जतन स्कूल योजना के तहत बनने की आशंका जताई जा रही है।
नरेश कुमार चौहान विकासखंड शिक्षा अधिकारी बरमकेला के द्वारा बताया गया कि प्राथमिक विद्यालय भंवरपुर में छत जर्जर होने की सूचना प्राप्त हुई थी। शासन के मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के तहत प्राथमिक विद्यालय भंवरपुर को चयनित किया गया है। आने वाले समय में स्कूल की जो समस्या है उसको पूरा किया जाएगा।


