छत्तीसगढ़ में ऐतिहासिक हस्तलिखित बजट पेश, डिजिटल युग में नई पहल यशवंत नायक

छत्तीसगढ़ विधानसभा में वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने राज्य का पहला हस्तलिखित बजट पेश किया। 100 पृष्ठों का यह बजट परंपरा और मौलिकता का अद्भुत उदाहरण है। इसे ऐतिहासिक और डिजिटल बजट कहा जा रहा है, जिसमें सभी वर्गों और समुदायों के लिए व्यापक प्रावधान किए गए हैं।
राज्य सरकार ने बजट में नवा रायपुर के विकास को प्राथमिकता दी है। 156 करोड़ रुपये की लागत से Plug & Play Office Space और कमर्शियल ऑफिस कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया जाएगा, जिससे व्यापार और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। इसके अलावा, नवा रायपुर में ई-बस सेवा (10 करोड़ रुपये), सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (20 करोड़ रुपये), साइंस सिटी (37 करोड़ रुपये) और एक आधुनिक पुस्तकालय (20 करोड़ रुपये) के लिए भी बजटीय प्रावधान किया गया है। ये योजनाएं नवा रायपुर को एक स्मार्ट और टिकाऊ शहर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
महिला एवं बाल विकास को बढ़ावा देने के लिए ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान जारी रहेगा। इसके साथ ही महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए महतारी वंदन योजना के बजट में 83.33% की वृद्धि की गई है, जिसके लिए 5500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। यह पहल राज्य की महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
इस बजट को संतुलित और समावेशी माना जा रहा है, जिसमें बुनियादी ढांचे से लेकर सामाजिक कल्याण तक सभी क्षेत्रों को शामिल किया गया है। यह राज्य के विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की उम्मीद जगाता है।
