
सारंगढ़ जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 2 से यशवंत नायक ने अपने चुनावी अभियान की शुरुआत कर दी है। वे क्षेत्र में जनसंपर्क के माध्यम से जनता के बीच जाकर आशीर्वाद ले रहे हैं। यशवंत नायक का कहना है कि जिला पंचायत सदस्य का पद केवल राजनीतिक कद बढ़ाने का साधन नहीं है, बल्कि यह जनसेवा और विकास का एक सशक्त माध्यम है। उनका मानना है कि पंचायती राज व्यवस्था में इस पद की एक विशेष भूमिका है, जो जिला से लेकर गांव और मोहल्ले तक के विकास कार्यों से जुड़ी हुई है।

यशवंत नायक ने कहा कि पंचायती राज व्यवस्था को सही तरीके से समझने और उसका उपयोग करने से जनता का वास्तविक विकास संभव है। उनके अनुसार, कई जनप्रतिनिधि जिला पंचायत सदस्य पद का उपयोग केवल अपनी राजनीतिक ऊंचाई बढ़ाने के लिए करते हैं, जबकि यह पद जनता के हित और विकास के लिए सर्वोत्तम साधन है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि इसी पंचायती राज व्यवस्था के माध्यम से कई जनप्रतिनिधि प्रदेश स्तर पर विधायक और उप मुख्यमंत्री जैसे पदों तक पहुंचे हैं।

यशवंत नायक ने अपनी पृष्ठभूमि के बारे में बताते हुए कहा कि उनके पिता ने 22 वर्षों तक जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के रूप में कार्य किया है। इसी कारण उन्होंने बचपन से ही पंचायती राज व्यवस्था के महत्व और उसकी जटिलताओं को करीब से समझा है। उनका कहना है कि उन्होंने अपने अनुभव और पारिवारिक पृष्ठभूमि के आधार पर यह निर्णय लिया है कि वे इस पद का उपयोग जनता की सेवा और क्षेत्र के विकास के लिए करेंगे।
यशवंत नायक का कहना है कि कई बार नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधि पंचायती राज व्यवस्था की कार्यप्रणाली को समझने में ही अपना कार्यकाल व्यतीत कर देते हैं, जिससे जनता के विकास कार्यों में देरी होती है। लेकिन, उनके अनुभव के कारण वे इन 5 वर्षों का बेहतर उपयोग कर सकते हैं और जनहित के कार्यों को सर्वोपरि रख सकते हैं।

अपने जनसंपर्क अभियान के दौरान उन्होंने क्षेत्र के लोगों से सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि जनता का समर्थन और आशीर्वाद मिलने पर वे इस पद का उपयोग जनता के सर्वांगीण विकास के लिए करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वे क्षेत्र के विकास और समस्याओं के समाधान के लिए पूरी ईमानदारी और प्रतिबद्धता के साथ कार्य करेंगे।
ग्राम पंचायत देवगॉव जिला पंचायत क्षेत्र के जनतो के बीच चर्चा किया गया आशीर्वाद मांगा.
यशवंत नायक ने जनता से अपील की है कि वे जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 2 से उन्हें सहयोग और समर्थन प्रदान करें ताकि वे क्षेत्र को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जा सकें। उनका मानना है कि यह पद केवल एक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि जनसेवा का माध्यम है, जिसे वे पूरी निष्ठा के साथ निभाएंगे।


