बरमकेला चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष रतन शर्मा को मिला प्रधानमंत्री क्षय मुक्त भारत अभियान में योगदान के लिए प्रशंसा पत्र
बरमकेला: केंद्रीय क्षय रोग प्रभाग, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने बरमकेला चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष रतन शर्मा को क्षय रोग उन्मूलन के लिए किए गए उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रशंसा पत्र प्रदान किया है। यह प्रशंसा पत्र प्रधानमंत्री क्षय मुक्त भारत अभियान के तहत शर्मा के समर्पण और सेवा भाव को सलाम करने के लिए दिया गया है।
शर्मा ने अपने नेतृत्व में चेंबर ऑफ कॉमर्स को क्षय रोग के खिलाफ लड़ाई में सक्रिय रूप से शामिल किया है। उन्होंने टीबी रोगियों को बेहतर पोषण और नियमित दवा उपलब्ध कराने के लिए कई पहलें की हैं। उनके प्रयासों से कई टीबी रोगियों ने स्वस्थ जीवन प्राप्त किया है।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि शर्मा जैसे समर्पित व्यक्तियों के सहयोग से भारत 2025 तक क्षय रोग मुक्त देश बनने के अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है। मंत्रालय ने शर्मा को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए धन्यवाद दिया है और उन्हें भविष्य में भी इसी तरह के सराहनीय कार्य करने के लिए प्रेरित किया है।
प्रधानमंत्री क्षय मुक्त भारत अभियान
प्रधानमंत्री क्षय मुक्त भारत अभियान का उद्देश्य 2025 तक भारत से क्षय रोग को पूरी तरह खत्म करना है। इस अभियान के तहत सरकार टीबी रोगियों को निःशुल्क दवाएं, पोषण और जागरूकता प्रदान कर रही है। साथ ही, समुदाय की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए भी कई पहलें की जा रही हैं।
शर्मा का योगदान
रतन शर्मा ने बरमकेला में क्षय रोग के खिलाफ जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने चेंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्यों और स्थानीय लोगों को क्षय रोग के लक्षणों, कारणों और रोकथाम के बारे में जानकारी दी है। इसके अलावा, उन्होंने टीबी रोगियों को आर्थिक सहायता भी प्रदान की है।
रतन शर्मा को मिला प्रशंसा पत्र यह दर्शाता है कि व्यक्तिगत प्रयासों से कितना बड़ा बदलाव लाया जा सकता है। शर्मा का उदाहरण दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। हमें सभी को मिलकर क्षय रोग के खिलाफ लड़ाई में अपना योगदान देना चाहिए ताकि भारत 2025 तक क्षय रोग मुक्त देश बन सके।
टीबी हारेगा, देश जीतेगा!