सरकार के योजनाओं के बाद भी सांप दिखाकर भिक्षावृति करने लगे बच्चे,,
सारंगढ़ / सारंगढ़ जिले के अंतिम छोर मे बसे भिखमपुरा सपेरा बस्ती मे बसे सांप दिखाकर भिक्षावृत्ति करने को मजबूर हैं सरकार से मुफ्त मे शिक्षा देने पर जोर दे रही है सरकार कह रही है कि प्रदेश मे गरीबी कम होती जा रही है परन्तु इस वादे का पोल खुलती नजर आ रही है, जहरीला सांप बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इतने छोटे बच्चों द्वारा इस प्रकार जहरीले सांप को टोकरी में लेकर जगह-जगह जाकर प्रदर्शित किया जाना बहुत ही खतरनाक है। सांप जहरीले होते हैं और बच्चों को काट सकते हैं, जिससे अनहोनी भी हो सकती है।
संवरा वर्ग को ऊंचा उठाने के लिए सरकारी स्तर पर कई प्रकार के जतन किए जा रहे हैं, लेकिन इन सबके बावजूद बहुत सारे लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं. बरमकेला में सपेरों के परिवारों का लगभग यही हाल है. जीवन-यापन के लिए संसाधन के नाम पर केवल अलग-अलग प्रजाति के सर्प ही मौजूद हैं. आर्थिक स्थिति मजबूत ना होने का नतीजा यह हो रहा है कि सपेरों के बच्चे मिडिल से आगे नहीं पढ़ पा रहे हैं. सपेरों में इस बात को लेकर काफी चिंता है, पर वक्त के आगे सब लाचार हैं.।
बड़े नेता होने के बाद गरीब परिवारों को उनकी छत की छाया एवं खान पान की प्यास सपेरों के परिवारों को नहीं मिल पा रहा उनका हक आखिर सरकार के द्वारा विभिन्न योजनाएं धरातल पर चल रही है लेकिन इन परिवारों को अनदेखा योजनाओं से वंचित है। जिसे कोई ध्यान नहीं दिया जाता है।