गौ सत्याग्रह: बरमकेला में कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन, आवारा मवेशियों की समस्या पर उठाई आवाज

सारंगढ़, छत्तीसगढ़—प्रदेश कांग्रेस कमेटी के तत्वाधान में आज सारंगढ़ जिले में गौ सत्याग्रह अभियान के तहत कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इस अभियान के दौरान कांग्रेसियों ने सरकारी दफ्तरों में आवारा मवेशियों को ले जाकर छोड़ा और उनके लिए चारा-पानी एवं देखभाल की व्यवस्था की मांग उठाई। बरमकेला के जनपद कार्यालय और तहसील कार्यालय में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आवारा मवेशियों को कार्यालय के अंदर घुसाकर विरोध जताया और भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष ताराचंद पटेल ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार आने के बाद से गौवंश की स्थिति अत्यंत बदहाल हो गई है। प्रदेशभर में आवारा मवेशियों की वजह से सड़क दुर्घटनाओं में बढ़ोतरी हो रही है, और खेतों की चराई से किसान भी परेशान हैं। उन्होंने कहा कि यह समस्या पूरे प्रदेश में गंभीर रूप से उभर रही है, और भाजपा सरकार इस मुद्दे पर संवेदनहीनता दिखा रही है।

ताराचंद पटेल ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी ने सत्ता में आते ही गौठान योजनाओं को बंद कर दिया, जिससे गौवंश की देखभाल की व्यवस्था ठप हो गई और ग्रामीणों को रोजगार के अवसरों से वंचित कर दिया गया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस मौके पर मांग की कि सरकार तुरंत गौठानों का संचालन फिर से शुरू करे ताकि आवारा मवेशियों की समस्या से निजात मिल सके और ग्रामीणों के रोजगार को पुनर्जीवित किया जा सके।

प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने गौठान योजनाओं को लागू करने और आवारा मवेशियों की समस्याओं का समाधान करने के लिए सरकार पर दबाव बनाया। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने उनकी मांगों को नहीं सुना, तो प्रदेशभर में इस प्रकार के आंदोलन जारी रहेंगे। कांग्रेसियों ने यह भी कहा कि भाजपा सरकार की नीतियों के कारण प्रदेश में गौवंश और ग्रामीणों की स्थिति बदतर होती जा रही है, और यह सरकार की असफलता का प्रतीक है।

इस गौ सत्याग्रह के माध्यम से कांग्रेस ने जनता का ध्यान इस गंभीर समस्या की ओर आकर्षित करने का प्रयास किया है, और वे इसे तब तक जारी रखने की योजना बना रहे हैं जब तक कि उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं।


