जनपद पंचायत कार्यालय बरमकेला मे शौचालय का हाल बेहाल, महिला कर्मचारियों को हो रही परेशानी
बरमकेला / जनपद मुख्यालय बरमकेला में इन दिनो चिराग तले अंधेरा वाली कहावत पूरी तरह से चरितार्थ होती दिखाई दे रही है, एक ओर जहां इन दिनों पूरे देश में स्वच्छता अभियान पर जोर दिया जा रहा है। तो जनपद पंचायत बरमकेला के द्वारा स्वच्छ भारत मिशन कि धज्जियाँ उड़ाई जा रही है, स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत शहरो और शासकीय विभागों में भी साफ-सफाई पर पूरा ध्यान देने कि बात कही जाति है पर सिर्फ स्वछता एक स्लोगन बन कर रह गई है । स्वछता को लेकर जनपद कार्यालय मे बड़ी लापरवाही सामने आ रही है, आखिर कौन हैं जिम्मेदार, न तो शौचालय सफाई है न ही महिलाओ के लिए शौचालय लेकिन जनपद कार्यालय बरमकेला को स्वच्छता अभियान से कोई लेना देना नहीं है। जनपद ऑफिस में बने हुए शौचालय उपयोग के लायक नहीं है। यहां के कर्मचारियों और कार्यालय में बाहर से आने वाले लोगों को यहां के शौचालय का उपयोग करने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। जनपद मे पदस्त कर्मचारियों और यहां बाहर से आने वाले लोगों के लिए कुल एक महिला एवं पुरुष शौचालय बने हुए हैं तथा ऊपर मे भी एक महिला और एक पुरुष शौचालय । जिसमें से लगभग सभी शौचालय उपयोग के लायक नहीं है,
जिसके कारण यहां के शौचालयों का उपयोग करने में यहां के कर्मचारियों के साथ-साथ अपने काम से आने वाले बाहर के लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। शौचालयों के देख रेख के अभाव मे कार्यालय को आने वाले ग्रामीण भी दुर्गन्ध का शिकार हो रहे हैँ कभी भी हो सकती है बड़ी बीमारी आखिर शौचालय कि साफ सफाई व निर्माण क्यों नहीं किया जा रहा है आखिर कब मिलेगी गंदगी से छुटकारा