नगर पंचायत भटगांव के बस स्टैंड के पास बने 23 दुकानों की पूर्व नीलामी की जाँच कर, उनका फिर से खुला नीलामी करने की मांग
बिलाईगढ़ विधायक कविता प्राण लहरे ने की कलेक्टर धर्मेश कुमार साहू को शिकायत,,
भटगांव- नगर पंचायत भटगांव में बनी 23 दुकानों की नीलामी का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा हैं। पूर्व में हुई शिकायत के बाद भी आज तक कोई ठोस जाँच नहीं होने के चलते बिलाईगढ़ विधानसभा के विधायक कविता प्राण लहरे ने सारंगढ़ कलेक्टर धर्मेश कुमार साहू से मुलाकात कर पुनः 23 दुकानों की नीलामी की जांच कर फिर से खुली नीलामी करवाने की मांग की है। वहीं कविता प्राण लहरे ने बताया कि शिकायत के बाद कलेक्टर ने उन्हें विधिवत जाँच कर नीलामी करवाने का आश्वासन दिया हैं।
लगातार हो रही शिकायत के बाद 23 दुकानों की नीलामी को लेकर बड़ा खेल होने की शंका का कयास लगाया जा रहा है।
जहाँ इस मामले में सारंगढ़ कलेक्टर को पूर्व में 6 बिंदुओं पर शिकायत की गई थी। बावजूद अब तक इन शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। जिसके बाद शिकायतकर्ता कमलेश कुर्रे द्वारा मीडिया के सामने आकर उच्चाधिकारियों से मामलें की जाँच करने की माँग किया गया था।
शिकायतकर्ता कमलेश कुर्रे की मानें तो नगर पंचायत भटगांव द्वारा बनाई गई व्यवसायिक परिसर की दुकानों की नीलामी विधिवत नहीं की गई है, और नाही पात्र-अपात्र की स्क्रूटनी की गई और न ही सूचना पटल पर पात्र-अपात्र की सूची चस्पा की गई थी। जबकि कार्यालयीन समय तक शिकायतकर्ता कार्यालय में मौजूद था। उनके द्वारा नगर पंचायत सीएमओ मधुलिका चंदेल को भी फोन कर पात्र-अपात्र की सूची चस्पा करने सम्बन्धित जानकारी ली गई। लेकिन जिम्मेदार अधिकारी द्वारा उन्हें सूची चस्पा होने का हवाला देकर अपनी जिम्मेदारी से पलड़ा झाड़ लिया था।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाते हुए कहा कि 22 जून को उन्हें नगर पंचायत कार्यालय में अमानत राशि जमा करनी थी, लेकिन उस दिन कार्यालय में कोई भी जिम्मेदार अधिकारी उपस्थित नहीं था। जिसकी शिकायत भी मौके पर बिलाईगढ़ एसडीएम को फोन के माध्यम से कि गई थी। जिसके बाद नायाब तहसीलदार सिदार नगर पंचायत कार्यालय पहुंचे और निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मौके पर उन्हें भी सीएमओ सहित बड़े बाबू व राजस्व निरीक्षक अनुपस्थित मिला था, ऐसे में शिकायतकर्ता ने निविदा फार्म लेने से लेकर अमानत राशि जमा करने व नीलामी करने तक कि प्रक्रिया को फर्जी तरीके से सम्पादित करने का आरोप लगाते हुए जाँच कर कार्रवाई की मांग की है। साथ ही एफआईआर कर जिम्मेदार अधिकारी के प्रति कार्रवाई करने की भी मांग उनके द्वारा किया गया है। खुला नीलामी नहीं होने के कारण बेरोजगारों एवं जरूरतमंद लोगों को दुकाने नहीं मिल पाई और करोड़ों रुपए की राजस्व हानि भी हुई है।
अब तक पूरे मामलें की जाँच नहीं होने के कारण फिर से बिलाईगढ़ विधायक कविता प्राण लहरे ने इस मामलें की पुनः जाँच कर विधिवत खुला नीलामी करवाने कलेक्टर धर्मेश कुमार साहू से मिलकर शिकायत की है। अब देखना होगा कि आम आदमी के शिकायत से अब तक कोई जांच कोई कार्यवाही नहीं हुई अब विधायक के इस मामले पर शिकायत करने से कोई जांच कोई कार्यवाही होती है या नहीं यह देखने वाली बात होगी।