बरमकेला जनपद में विकास की रफ्तार को मिलेगी नई उड़ान, जनपद सदस्यों ने पेश की व्यापक कार्य योजना

सारंगढ़-बिलाईगढ़।जनपद पंचायत बरमकेला में विकास को गति देने और क्षेत्र की जमीनी समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जनपद सदस्यों ने एक विस्तृत कार्य योजना प्रस्तुत की है। इस योजना के माध्यम से शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पेयजल, सिंचाई, महिला सशक्तिकरण और युवाओं को रोजगार से जोड़ने जैसे कई प्राथमिक बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
बैठक के दौरान जनपद सदस्यों ने स्पष्ट किया कि अब समय आ गया है जब विकास सिर्फ कागजों में नहीं, बल्कि ज़मीनी हकीकत के रूप में दिखे। इसके लिए प्रत्येक पंचायत के प्रतिनिधि ने अपने-अपने क्षेत्र की ज़रूरतों के अनुसार कार्य प्रस्ताव रखे हैं।
शिक्षा और स्वास्थ्य पर रहेगा विशेष जोर
शिक्षा व्यवस्था को मज़बूत करने के लिए स्कूलों में भवन मरम्मत और डिजिटल सुविधाएं बढ़ाने की बात कही गई है। स्कूलों मे शिक्षा के गुणवत्ता को बढ़ाने पुरजोर कोशिश
कृषि और सिंचाई के लिए ठोस कदम
किसानों को राहत देने के उद्देश्य से नई सिंचाई योजनाओं, तालाब गहरीकरण, सौर ऊर्जा आधारित पंप और किसानों को प्रशिक्षण देने के प्रस्ताव भी शामिल किए गए हैं। कृषि आधारित लघु उद्योगों को बढ़ावा देने पर भी चर्चा हुई।
पेयजल और स्वच्छता को मिलेगी प्राथमिकता
जनपद पंचायत ने ग्रामीण इलाकों में सुरक्षित पेयजल पहुंचाने के लिए नल-जल योजनाओं पुराने हैंडपंपों की मरम्मत के निर्देश दिए हैं। वहीं, शौचालय निर्माण और कचरा प्रबंधन के लिए भी विशेष अभियान चलाने की योजना बनाई गई है
जनपद अध्यक्ष की पहल की सराहना
इस अवसर पर जनपद अध्यक्ष डॉ. विद्या किशोर चौहान ने फोन के माध्यम से कहा कि –
“हमारा उद्देश्य केवल योजनाएं बनाना नहीं, बल्कि उन्हें ज़मीन पर साकार करना है। सभी सदस्यों ने मिलकर एक विकास का रोडमैप तैयार किया है, जिससे बरमकेला को एक आदर्श जनपद पंचायत बनाया जा सके।”
गणेशी चौहान महिला बाल विकास सभापति ने कहा कि —
“अब समय आ गया है जब योजनाएं सिर्फ कागज़ों तक सीमित नहीं रहेंगी, बल्कि धरातल पर उनका असर दिखाई देगा। हमारी प्राथमिकता अब महिला, बच्चे, किसान, श्रमिक, युवा, बुजुर्ग और हर उस वर्ग के उत्थान की होगी जो वर्षों से विकास की मुख्यधारा से वंचित रहा है।अब जनपद स्तर पर विकास की गंगा बहेगी। उन्होंने बताया कि विगत वर्षों में योजनाओं की कमी, संसाधनों का अभाव और जनप्रतिनिधियों में समन्वय की कमी के कारण कई विकास कार्य अधूरे रह गए थे, लेकिन अब परिस्थिति बदल चुकी है।
” अब बेहतर होंगे ज़मीनी कार्य” — कृषि सभापति घनश्याम इजारदार का भरोसा
जनपद क्षेत्र में कार्यों की गुणवत्ता और गति, दोनों में सुधार देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि जनपद स्तर पर पारदर्शिता, जवाबदेही और समन्वय के साथ योजनाओं को लागू करने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं, जिससे विकास को नया आयाम मिलेगा।