
मेहनत और संघर्ष की कहानी बनी पूरे क्षेत्र के लिए प्रेरणा
सारंगढ़ के एक छोटे से गांव बरभांठा (चिखली) से ताल्लुक रखने वाले उमेश कुमार चौहान ने पुलिस आरक्षक के पद पर चयनित होकर न केवल अपने परिवार का, बल्कि पूरे क्षेत्र का नाम रोशन किया है। मजदूर परिवार से आने वाले उमेश की यह उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि मजबूत इच्छाशक्ति और निरंतर मेहनत से बड़े से बड़ा लक्ष्य भी हासिल किया जा सकता है।
उमेश कुमार चौहान बचपन से ही पुलिस बनकर समाज की सेवा करने का सपना देखते थे। काम करने के बाद वे रोजाना पढ़ाई और शारीरिक तैयारी के लिए समय निकालते थे। आर्थिक चुनौतियों के बावजूद परिवार ने उनका पूरा साथ दिया। उमेश ने अपनी लगन और मेहनत के दम पर लिखित परीक्षा और शारीरिक दक्षता परीक्षा दोनों में शानदार प्रदर्शन किया।
चयन सूची में नाम आते ही गांव में खुशी की लहर दौड़ गई। परिजनों और ग्रामीणों ने मिठाइयाँ बांटकर उमेश की सफलता पर गर्व व्यक्त किया। ग्रामीणों का कहना है कि उमेश का चयन पूरे गांव और युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।
उमेश कुमार चौहान ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, शिक्षकों और साथ देने वाले दोस्तों को दिया। उमेश की यह सफलता कहानी साबित करती है कि छोटे से गांव से उठकर भी बड़े सपने पूरे किए जा सकते हैं, बशर्ते हौसला मजबूत हो और मेहनत निरंतर जारी रहे।


