किशोर पटेल ने शिक्षा विभाग के करतूत के कारण बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ को लेकर दंडाधिकारी और जिला शिक्षा अधिकारी को लिखित शिकायत दिया है।

50 स्कूलों में एकल शिक्षक की के भरोसे चल रहा और पांच ऐसे स्कूल जहां आज तक शिक्षक विहीन है।
बरमकेला: जनपद पंचायत उपाध्यक्ष किशोर कुमार पटेल ने कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी को एक शिकायत पत्र सौंपकर जिले की शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि कई स्कूलों में एक ही शिक्षक बच्चों को पढ़ाने का जिम्मा संभाल रहा है और इस समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है।

पटेल ने अपनी शिकायत में कहा है कि विकास खंड के कई स्कूलों में एकल शिक्षक के भरोसे शिक्षा दी जा रही है। एकल शिक्षक स्कूलों में अधिकारियों को व्यवस्था करने का अधिकार है या नहीं, यह भी समझ से परे है। उन्होंने प्राथमिक शाला टीटहीपाली संकुल केंद्र लिंजीर का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां व्यवस्था के लिए आदेश तो निकाले गए लेकिन 2 दिन बाद ही आदेश निरस्त कर दिए गए।
उपाध्यक्ष ने यह भी कहा कि कई स्कूलों में बच्चे जान जोखिम में डालकर जर्जर भवनों में पढ़ने को मजबूर हैं। प्राथमिक शाला कपरतुंगा का संचालन सामुदायिक भवन में किया जा रहा है और टिटहीपाली, कटंगपाली, बारादावन जैसे कई स्कूल जर्जर स्थिति में हैं। उन्होंने चिंता जताई कि ऐसे में कभी भी कोई अप्रिय घटना घट सकती है।
पटेल ने जिला शिक्षा अधिकारी से अनुरोध किया है कि एकल शिक्षकीय शालाओं में तत्काल शिक्षक व्यवस्था की जाए और जर्जर भवनों की जांच कर नवीन भवन स्वीकृति दिलाई जाए। उन्होंने कहा कि बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं किया जाना चाहिए और उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलनी चाहिए।

शिक्षा व्यवस्था में गंभीर चुनौतियां:
पटेल की शिकायत शिक्षा व्यवस्था में मौजूद गंभीर चुनौतियों को उजागर करती है। एकल शिक्षक की समस्या से न केवल बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल पाती है बल्कि शिक्षकों पर भी अत्यधिक दबाव रहता है। इसके अलावा, जर्जर भवनों में पढ़ाई बच्चों की सुरक्षा के लिए भी खतरा है।


