
महासमुंद जिले में पुलिस अधीक्षक आशुतोष सिंह के सख्त निर्देशों के बाद अवैध मादक पदार्थों के खिलाफ अभियान में एक और बड़ी सफलता हासिल हुई है। कोमाखान पुलिस ने साइबर सेल के साथ मिलकर एक संयुक्त कार्रवाई में 3 क्विंटल अवैध मादक पदार्थ गांजे के साथ दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने गांजे को एक आयशर ट्रक से बरामद किया, जिसकी कीमत लगभग 45 लाख रुपये आंकी गई है।
**घटना का विवरण:**
गुप्त सूचना के आधार पर कोमाखान पुलिस ने जिले में अवैध मादक पदार्थों की तस्करी पर कड़ी निगरानी रखी हुई थी। पुलिस को जानकारी मिली थी कि एक आयशर ट्रक में बड़ी मात्रा में गांजा छुपाकर ले जाया जा रहा है। इसके बाद पुलिस ने साइबर सेल के साथ मिलकर एक टीम बनाई और ट्रक को चेकिंग के लिए रोका।
जांच के दौरान पुलिस को ट्रक में कनकी चावल के बोरों के बीच गांजे के पैकेट छुपाकर ले जाए जा रहे थे। जांच में ट्रक से कुल 3 क्विंटल गांजा बरामद किया गया। पुलिस ने मौके से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया, जो बिहार के निवासी बताए जा रहे हैं।
**आरोपियों का मकसद:**
प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे गांजे की तस्करी के लिए इसे छत्तीसगढ़ से बिहार ले जा रहे थे। पुलिस को चकमा देने के लिए उन्होंने मादक पदार्थ को कनकी चावल के बोरों के बीच छुपा रखा था। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस (नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस) एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है।
**पुलिस की प्रतिक्रिया:**
पुलिस अधीक्षक महासमुंद आशुतोष सिंह ने बताया कि जिले में मादक पदार्थों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है और इस प्रकार की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। उन्होंने कोमाखान पुलिस और साइबर सेल की संयुक्त टीम को इस सफलता के लिए बधाई दी और अवैध गतिविधियों में लिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
इस मामले में पुलिस यह भी जांच कर रही है कि आरोपियों के पास मादक पदार्थ की इतनी बड़ी मात्रा कैसे पहुंची और इसका नेटवर्क कितना बड़ा है। आरोपियों से प्राप्त जानकारी के आधार पर अन्य संदिग्ध व्यक्तियों और ठिकानों पर भी छापेमारी की जा सकती है।
इस कार्रवाई ने महासमुंद जिले में मादक पदार्थों की तस्करी पर एक बड़ा प्रहार किया है और अवैध गतिविधियों में लिप्त तत्वों के लिए एक सख्त संदेश दिया है।