कलेक्टर ने किया रेशम फार्मों का निरीक्षण, किसानों को दी प्रोत्साहन
सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले में रेशम उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, कलेक्टर धर्मेश कुमार साहू और परियोजना निदेशक हरिशंकर चौहान ने आज दिनांक 29/11/2024 को रेशम विभाग के तसर फार्मों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने किसानों द्वारा अपनी निजी भूमि पर सिल्क समग्र-2 परियोजना के तहत किए गए शहतूत के रोपण का भी बारीकी से जायजा लिया।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर साहू ने किसानों से सीधे बातचीत की और उन्हें इस परियोजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने किसानों को आश्वस्त किया कि प्रशासन उनकी हर संभव मदद करेगा और उन्हें रेशम उत्पादन के क्षेत्र में सफल बनाने के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
परियोजना निदेशक हरिशंकर चौहान ने किसानों को शहतूत के पेड़ों की देखभाल और रेशम कीटों के पालन के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने किसानों को बताया कि शहतूत के पेड़ रेशम कीटों के लिए भोजन का मुख्य स्रोत होते हैं और इनकी उचित देखभाल से रेशम उत्पादन में काफी वृद्धि की जा सकती है।
किसानों ने कलेक्टर और परियोजना निदेशक को बताया कि उन्हें इस परियोजना से काफी उम्मीदें हैं और वे इस परियोजना के माध्यम से अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाना चाहते हैं। उन्होंने प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।
सिल्क समग्र-2 परियोजना
सिल्क समग्र-2 परियोजना केंद्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है जिसका उद्देश्य देश में रेशम उत्पादन को बढ़ावा देना है। इस परियोजना के तहत किसानों को शहतूत के पेड़ लगाने और रेशम कीटों का पालन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इस परियोजना से न केवल किसानों की आय में वृद्धि होगी बल्कि रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। मधु चंदन नोडल अधिकारी सारंगढ़ बिलाईगढ़ उपस्थित रहे ।
कलेक्टर और परियोजना निदेशक द्वारा रेशम फार्मों का निरीक्षण करना रेशम उत्पादन को बढ़ावा देने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। इस निरीक्षण से किसानों को प्रोत्साहन मिला है और उन्हें रेशम उत्पादन के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया गया है। आशा है कि इस परियोजना के माध्यम से सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिला रेशम उत्पादन में एक प्रमुख केंद्र बन जाएगा।