**मीत डिजिटल एंड स्मार्ट स्कूल लोधिया में अभिभावक-शिक्षक संवाद: बच्चों के विकास और शिक्षा पर चर्चा**
सारंगढ़/जिले के बरमकेला क्षेत्र स्थित मीत डिजिटल एंड स्मार्ट स्कूल लोधिया में बच्चों के अभिभावकों और शिक्षकों के बीच एक महत्वपूर्ण परिचर्चा का आयोजन किया गया। इस संवाद का उद्देश्य बच्चों की शिक्षा, दिनचर्या और उनके भविष्य के विकास पर गहन चर्चा करना था। कार्यक्रम में बच्चों के माता-पिता और स्कूल के शिक्षकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और एक-दूसरे के विचारों को साझा किया।
कार्यक्रम की शुरुआत मीत डिजिटल एंड स्मार्ट स्कूल के प्राचार्य श्री मनोज पटेल द्वारा की गई। उन्होंने बच्चों की शिक्षा और उनकी दिनचर्या पर जोर देते हुए कहा कि वर्तमान समय में बच्चों को न केवल स्कूल में बल्कि घर पर भी शिक्षा की ओर ध्यान देना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि अभिभावकों की भूमिका केवल बच्चों को स्कूल भेजने तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि घर पर भी पढ़ाई के लिए प्रोत्साहन और मार्गदर्शन जरूरी है।
**बच्चों की दिनचर्या और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा**
इस परिचर्चा के दौरान बच्चों की नियमित दिनचर्या और उनके भविष्य के लक्ष्यों के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। शिक्षकों ने अभिभावकों को बच्चों के शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक विकास में नियमित दिनचर्या के महत्व को समझाया। उन्होंने बताया कि बच्चों को एक निश्चित समय पर उठना, पढ़ाई के लिए समय निकालना, खेलकूद और आराम के बीच संतुलन बनाना चाहिए। इसके साथ ही, बच्चों के भविष्य की योजनाओं को लेकर भी चर्चा की गई। स्कूल के शिक्षकों ने अभिभावकों को बताया कि बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा से ही उनके भविष्य की नींव मजबूत होती है। बच्चों को बेहतर भविष्य की दिशा में प्रेरित करने के लिए उनकी रुचियों को पहचानना और उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन देना आवश्यक है।
**परीक्षाओं और पढ़ाई की रणनीतियों पर जानकारी**
शिक्षकों ने आगामी परीक्षाओं के बारे में भी जानकारी दी और अभिभावकों को बताया कि बच्चों की पढ़ाई की तैयारी में किस प्रकार से सहयोग कर सकते हैं। मीत डिजिटल एंड स्मार्ट स्कूल के शिक्षकों ने बच्चों को घर पर पढ़ाई के लिए विभिन्न तकनीकों का सुझाव दिया, ताकि वे स्कूल में पढ़ाई गए विषयों को घर पर भी अच्छे से समझ सकें और अभ्यास कर सकें। **प्राचार्य का मार्गदर्शन**
प्राचार्य मनोज पटेल ने इस परिचर्चा के दौरान अभिभावकों के समक्ष अपनी बात रखते हुए बताया कि स्कूल में बच्चों को पढ़ाए जाने वाले विषयों को अभिभावक घर पर भी दोहरवाएं, ताकि बच्चे उन विषयों को और बेहतर तरीके से समझ सकें। उन्होंने कहा कि स्कूल और घर, दोनों जगहों पर बच्चों को शिक्षा के प्रति गंभीरता से मार्गदर्शन मिलना चाहिए। इससे न केवल बच्चों का प्रदर्शन बेहतर होगा, बल्कि वे भविष्य के लिए और भी अच्छे तरीके से तैयार हो सकेंगे।**अभिभावकों की भागीदारी और विचार**
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित सभी अभिभावकों ने भी अपनी राय साझा की। उन्होंने बच्चों की पढ़ाई और स्कूल में मिल रही शिक्षा के संबंध में अपने अनुभव और चिंताओं को प्राचार्य और शिक्षकों के समक्ष रखा। कुछ अभिभावकों ने बताया कि वे बच्चों के साथ बैठकर पढ़ाई करवाने का प्रयास करते हैं, जबकि कुछ ने सुझाव दिया कि उन्हें पढ़ाई के समय अधिक संसाधनों की जरूरत होती है।
**समस्याओं के समाधान और सुझाव**
अभिभावकों की चिंताओं को सुनने के बाद, प्राचार्य मनोज पटेल ने उन्हें समस्याओं के समाधान के बारे में जानकारी दी। उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया कि वे बच्चों को सकारात्मक माहौल प्रदान करें, ताकि वे बिना किसी दबाव के पढ़ाई कर सकें। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी बताया कि बच्चों के लिए डिजिटल साधनों का सही तरीके से उपयोग करना जरूरी है, ताकि वे अपनी पढ़ाई को अधिक रोचक और प्रभावी बना सकें।
इस कार्यक्रम ने बच्चों की शिक्षा और विकास को लेकर अभिभावकों और शिक्षकों के बीच संवाद को मजबूत किया। सभी उपस्थितों ने इस परिचर्चा को अत्यंत सकारात्मक और लाभदायक बताया। मीत डिजिटल एंड स्मार्ट स्कूल की यह पहल बच्चों की शिक्षा को और बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।